शान्ति पाठ में नवकार मंत्र को पढा जाता है ।
जहाँ १ है, वहाँ नमो अरिहंताणं पढ़ें।
जहाँ २ है, वहाँ नमो सिद्धाणं पढ़ें।
जहाँ ३ है, वहाँ नमो आयरियाणं पढ़ें ।
जहाँ ४ है, वहाँ नमो उवज्झायाणं पढ़ें।
जहाँ ५ है, वहाँ नमो लोए सव्व साहूणं पढ़ें ।
इस प्रकार से आपने शांती पाठ 21 बार नियमपूर्वक पूर्ण शुद्धता के साथ पढ़ना है ।
अगर कोई त्रुटी हो तो ' तस्स मिच्छामी दुक्कडम '.
" जय जिनेन्द्र "